Uttarakhand News: पुष्कर सिंह धामी | स्टेट क्रेडिट सेमिनार में मुख्य अतिथि:मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबार्ड के तत्वावधान में आयोजित स्टेट क्रेडिट सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग लिया। नाबार्ड की ऋण योजना के आवंटन के लिए प्रत्येक बैंक ब्रांच को एक निश्चित लक्ष्य के साथ काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने सुनिश्चित किया कि राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का समान रूप से विकास हो, और उन्होंने सरकार के इस उद्देश्य का समर्थन किया।
मुख्यमंत्री ने स्टेट क्रेडिट सेमिनार में राज्य की विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से बात की, और उन्होंने नाबार्ड के महत्वपूर्ण योजनाओं को सराहा। उन्होंने बताया कि नाबार्ड ने इस वर्ष 40,000 करोड़ रुपये की ऋण योजना तैयार की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में साढ़े तीन प्रतिशत अधिक है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबार्ड के तत्वावधान में आयोजित स्टेट क्रेडिट सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग लिया। नाबार्ड की ऋण योजना के आवंटन के लिए प्रत्येक बैंक ब्रांच को एक निश्चित लक्ष्य के साथ काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने सुनिश्चित किया कि राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का समान रूप से विकास हो, और उन्होंने सरकार के इस उद्देश्य का समर्थन किया। मुख्यमंत्री ने स्टेट क्रेडिट सेमिनार में राज्य की विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से बात की, और उन्होंने नाबार्ड के महत्वपूर्ण योजनाओं को सराहा। उन्होंने बताया कि नाबार्ड ने इस वर्ष 40,000 करोड़ रुपये की ऋण योजना तैयार की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में साढ़े तीन प्रतिशत अधिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाबार्ड की योजनाएं कृषि, बागवानी, छोटे और मध्यम क्षेत्र के उद्योगों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए हैं और इससे छोटे किसानों और उद्यमियों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने बैंकों से योजनाओं को लोगों के बीच पहुंचाने के लिए सहयोग करने की भी अपील की। इस संबंध में, मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था और समृद्धि के प्रति सरकार का समर्पण दिखाया और सभी स्तरों पर सहयोग और सामूहिक प्रयास की महत्वपूर्णता को बताया।
मुख्यमंत्री ने सभी बैंकों को ध्यान देने के लिए कहा कि जरूरतमंद और योग्य लोगों को योजनाओं और ऋणों के लिए पहुंचाने में बैंकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने आपतकालीन स्थितियों के लिए भी बैंकों से सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया और यह सुनिश्चित करने का कहा कि आवश्यकता होने पर ऋण योजनाएं त्वरित और सुरक्षित रूप से प्रदान की जाएं।